बलिदान दिवस पर मुख्यमंत्री ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि


ब्यूरो
Posted no : 02/10/2024
हरिद्वार।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जिले कुंजा बहादुरपुर में 1822- 24 की क्रांति के दौरान शहीद हुए राजा विजय सिंह एवं सेनापति कल्याण सिंह और सभी 152 शहीदों के 200 वें बलिदान दिवस के अवसर पर उपस्थित होकर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश की आजादी से पूर्व दिया गया इस तरह का सर्वस्व बलिदान बहुत प्रेरणादायक है और आने वाली पीढ़ी को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए, साथ ही स्मरण रखना चाहिए कि आजादी बहुत बड़े संघर्ष और बलिदान के उपरांत मिली है।
उन्होंने कहा कि कुंजा बहादुरपुर की वीर भूमि से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम ज्वाला प्रज्ज्वलित हुई।
यह भारतीय इतिहास की एक ऐंसी वीर भूमि है, जिसने 1822-1824 के दौरान अंग्रेजी हकूमत के खिलाफ विद्रोह का ऐंसा शंखनाद कि था जिसस सम्पूर्ण अंग्रेजी हकूमत कांप उठी थी। उन्होंने कहा कि 03 अक्टूबर 1824 का वो दिन भारत की स्वतंत्रा संग्राम की नींव रखने वाला ऐतिहासिक दिन था जब शहीद राजा विजय सिंह, सेनापति कल्याण सिंह जी और उनके 152 वीर सैनिकों ने मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी थी।
यह बलिदान उस समय की सबसे बड़ी क्रान्ति का ऐसा प्रतीक था, जिसने 1857 से 35 वर्ष पूर्व ही स्वतंत्रा संग्राम का प्रारम्भिक बीज बो दिया था। यह केवल एक विद्रोह नहीं बल्कि राश्ट्रीय चेतना का ऐसा अभ्युदय था, जिसने अंग्रेजी हकूमत को यह बता दिया कि भारत के सपूत अपने देश की रक्षा के लिए किसी भी सीमा तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजा विजय सिंह और उनके साथियों की वीरता ने हमं यह भी सिखाया है कि स्वतंत्रता कभी भी भीख में नहीं मिलती, इसे वीरता, संघर्श और बलिदान से ही प्राप्त किया जा सकता है।