संन्यासी जीवन में स्वामी रामदेव के 30 साल पूरे, जानिए योगगुरु ने दिया क्या संदेश
ब्यूरो
Posted no : 17/04/2024
हरिद्वार।
रामनवमी के मौके पर योग गुरु स्वामी रामदेव का 30 वा सन्यास दिवस धूमधाम से मनाया गया। इसके साथ ही पतंजलि योगपीठ में चल रही छत्रपति शिवाजी महाराज कथा का भी आज समापन हुआ। स्वामी रामदेव ने कहा कि उन्हें संन्यस्थ हुए 30 साल हो गए हैं। इस दौरान उन्होंने अपनी ही तरह राष्ट्रभक्त और वेद भक्त ढाई सौ संन्यासी तैयार किए हैं। चुनावों पर बोलते हुए योग गुरु ने कहा कि लोगों को बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेना चाहिए साथ ही देशभक्ति और सनातन की रक्षा करने वाली विचारधारा को सरकार में लाना चाहिए।
आज हुआ कथा का समापन
“छत्रपति शिवाजी महाराज कथा’’ के समापन अवसर पर कथा वाचक स्वामी गोविन्द देव गिरि महाराज ने कहा कि रामायण और महाभारत के सभी गुणों को एकत्र करने पर जो समुच्चय बनता है, वह शिवाजी महाराज हैं। एक हजार सालों की गुलामी के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारत के स्वाभिमान को जगाया, अखिल भारत का विचार किया। उनका दृष्टिकोण था कि हमारे सभी तीर्थ मुक्त होने चाहिए और हिन्दुत्व का स्वाभिमान हम सबके भीतर जगना चाहिए। उनके द्वारा स्थापित हिन्दवी साम्राज्य के 350 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और मेरी वर्षों की इच्छा थी कि रामायण, भागवत आदि कथाओं की भाँति छत्रपति शिवाजी महाराज की भी कथा होनी चाहिए। ताकि लोगों को सदाचार, पुरुषार्थ और राष्ट्रीय भावना का निरंतर संदेश मिलता रहे।