अब सिर्फ सीलिंग तक सीमित नहीं एचआरडीए, लोगों के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट भी ला रहा प्राधिकरण


ब्यूरो
Posted no : 12/03/2024
हरिद्वार।
हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण इन दिनों हरिद्वार जिले में कई बड़ी योजनाओं पर काम कर रहा है। अमूमन सीलिंग और नोटिस की कार्रवाई में उलझे रहने वाले एचआरडीए में आईएएस अंशुल सिंह ने जब से बतौर उपाध्यक्ष चार्ज संभाला है तब से हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की कार्यशैली में प्रत्यक्ष बदलाव आया है और प्राधिकरण विकास की कई बड़ी परियोजनाओं को धरातल पर उतारने में जुट गया है।
सिटी स्पोर्ट्स सेंटर का हो रहा विस्तार
भल्ला इंटर कॉलेज स्टेडियम के सामने बने सिटी स्पोर्ट्स सेंटर में करीब 15 करोड़ की लागत से खिलाड़ियों के लिए कई नई सुविधा शुरू की जा रही हैं। मंगलवार को एचआरडीए के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन स्पोर्ट्स सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान अंशुल सिंह ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने जानकारी दी की इन डोर स्टेडियम का विस्तार करते हुए यहां जिम, योगा क्लासेस, फुट सिल कोर्ट और कैफेटेरिया जैसी नई फैसिलिटीज शुरू की जायेंगी। बहुत जल्द खिलाड़ी और शहर के आम नागरिक इसका लाभ लेना शुरू करेंगे।
जिले के बॉर्डर पर बनाए जा रहे एंट्री गेट
हरिद्वार उत्तराखंड का सीमांत जिला है। इसकी तीन सीमाएं उत्तर प्रदेश से मिलती हैं। दूसरे राज्यों से उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले लोगों को उत्तराखंड में प्रवेश करने के दौरान देवभूमि में आने की अनुभूति हो सके इसके लिए एचआरडीए की ओर से नारसन और चिड़ियापुर बॉर्डर पर खास प्रवेश द्वार बनाए जाने का काम चल रहा है। इन प्रवेश द्वारों पर उत्तराखंड की कलाकृतियां, देव स्थलों के चित्र आदि लगाए जाएंगे।
लाइटों से जगमग हो रहा शहर
हरिद्वार शहर के सौंदर्य करण के लिए भी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण कई गतिविधियां कर रहा है। शहर में कई मुख्य मार्ग और चौराहों पर आधुनिक हेरिटेज पोल लगाए गए हैं। ये हेरिटेज पोल देखने में सुंदर होने के साथ-साथ अच्छी लाइट भी देते हैं। इसके अलावा हरिद्वार देहरादून रोड पर केबल पुल पर फसाड लाइट लगाई गई हैं। रात के समय इन लाइटों के जलने से रास्ते जगमग हो उठते हैं।
क्या कहते हैं एचआरडीए के उपाध्यक्ष
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह का कहना है कि विकास प्राधिकरण का काम सुनियोजित ढंग से विकास करना है। लिहाजा हरिद्वार में खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए कई नए कदम उठाए गए हैं। साथ ही यहां सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी कई प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं।