पितृ पक्ष में यहां लगता है लोगों का तांता, दिवंगत परिजनों के मोक्ष के लिए होती है पूजा


ब्यूरो
Posted no : 17/09/2024
हरिद्वार।
पितृपक्ष यानि श्राद्ध की मंगलवार से शुरुआत हो गई है। 16 दिनों तक चलने वाले पितृपक्ष में लोग अपने दिवंगत पूर्वजों के मोक्ष और आत्मा की शांति के लिए विशेष पूजा पाठ और दान पुण्य करते हैं। हरिद्वार के नारायणी शिला मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान करने के लिए पहुंचते हैं, पितरों की मोक्ष की कामना के लिए तीन महत्वपूर्ण स्थान है। जिनमे गया, ब्रह्मकपाली और हरिद्वार का नारायण शिला मंदिर है।
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान अपने दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने और दान पुण्य करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। नारायणी शिला मंदिर के प्रमुख पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है पितृ पक्ष अपने दिवंगत पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का समय होता है। नारायणी शिला मंदिर में आकर पूजा करने से पितरों को शांति मिलती है साथ ही अधोगति में भटक रहे पितरों को भी मोक्ष प्राप्त हो जाता है।