मातृशक्ति के सहयोग से ही समाज और राष्ट्र का पूर्ण विकास संभव – मुख्यमंत्री


ब्यूरो
Posted no : 16/01/2024
पिथौरागढ़।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देव सिंह मैदान, पिथौरागढ़ में अयोजित ‘दीदी-बैंणा’ नारी शक्ति महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 217.28 करोड़ रुपए की कुल 65 विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। जिसमें 82.82 करोड़ की 37 योजनाओं का लोकार्पण और 134.45 करोड़ की 28 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद पिथौरागढ़ के विकास को समर्पित विभिन्न घोषणाएं कि जिसमें आंवला घाट फेज-2 पेयजल योजना का निर्माण कार्य किए जाने, फगाली गाड़ से पनार पुल तक वैकल्पिक सड़क मार्ग का निर्माण कार्य किए जाने, मोस्टामानू मंदिर का सौंदर्यकरण किए जाने, नैनी-सैनी से जाजरदेवल तक हॉटमिक्स सड़क व नाली निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कई विभागों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन के साथ भगवान श्री राम दरबार एवं कन्या पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने धारचूला की दारमा, व्यास घाटियों के वाइब्रेंट विलेज से आई महिलाओं के साथ बागेस्वरी चरखे एवं तकली से ऊन कताई की। साथ ही उन्होंने रांच में पारंपरिक विधि से कालिन भी बनाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओ का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि अपनी जन्मभूमि पिथौरागढ़ में आना उनके लिए हमेशा भावुक क्षण होता हैं। उन्होंने कहा आज जिन 206 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, वो सभी जनपद के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। इस क्षेत्र के विकास के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों की भांति ही अपनी जन्मभूमि में माताओं बहनों का जो प्यार और दुलार उन्हें मिला है उससे वे अविभूत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की मातृ शक्ति अपनी प्रतिभा और कौशल से आगे बढ रही हैं। उत्तराखंड राज्य निर्माण में मातृ शक्ति का सबसे बड़ा योगदान रहा। महिलाएं परिवार के साथ ही समाज और प्रदेश हितों का भी ख्याल रखती हैं। मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज, राज्य, राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है। महिलाएं जिस भी कार्य को अपने हाथों में लेती हैं, उसे स्वाभाविक तौर पर पूरा करती हैं। परिश्रम और मातृ शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र की मातृ शक्ति शिक्षित होने से उस राष्ट्र का वर्तमान के साथ भविष्य भी सुरक्षित रहता है।