यमुना घाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह में शिरकत करने डामटा पहुंचे मुख्यमंत्री

यमुना घाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह में शिरकत करने डामटा पहुंचे मुख्यमंत्री

ब्यूरो

Posted no : 12/11/2024

 

उत्तरकाशी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तरकाशी जिले के डामटा में आयोजित यमुना घाटी क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास समारोह में प्रतिभाग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आयोजन के लिए 5 लाख रूपये की धनराशि देने के साथ ही मुगरसंती पट्टी के पैंसठ गांव के आराध्य रुद्रेश्वर महाराज के डांडा देवराणा मेला को राजकीय मेले के कैलेण्डर में सम्मिलित करने और टीकरा टॉप में खेल मैदान व हेलीपैड का निर्माण कराने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डामटा क्षेत्र में पॉलीटेक्निक संस्थान की आवश्यकता का आंकलन कर उचित निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान आयोजित समारोह में हजारों की संख्या में जुटे स्थानीय लोगों ने पारंपरिक ढंग से मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मेले में जुटे ग्रामीणों के साथ रवांई-जौनसार-जौनपुर क्षेत्र के पारंपरिक लोक नृत्य में भी हिस्सा लिया।

मुख्यमंत्री ने समारोह के आयोजन एवं लोक पर्व इगास बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने तथा खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस समारोह के जरिए महत्वपूर्ण एवं सराहनीय प्रयास किया है। राज्य सरकार इस तरह के प्रयासों को निरंतर प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल-कूद व सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने तथा राज्य की समृद्ध परंपराओं के संरक्षण व संवर्द्धन पर विशेष ध्यान दे रही है।

उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा व कौशल विकास, खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रोत्साहन हेतु इस बार के बजट में डेढ़ हजार करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का अलग से प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने का गौरव मिला है। इससे राज्य में खेल गतिविधियों को नई ऊंचाई मिलेगी और राज्य के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा साबित करने का बेहतर अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना घाटी क्षेत्र के मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिक महत्व के चलते इस क्षेत्र में पर्यटन एवं तीर्थाटन के विकास की विपुल संभावनाएं हैं। जिन्हें साकार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार ने यमुना घाटी क्षेत्र के धार्मिक क्षेत्रों को विकसित कर श्रीकृष्ण यमुना तीर्थ सर्किट विकसित करने का बीड़ा उठाया है। जिसके तहत यमुना नदी के तटों पर विभिन्न प्रकार के घाट बनाकर विशेष आरती की व्यवस्थाएं की जाएंगी। इस तरह के प्रयासों से इस क्षेत्र में आजीविका के नये अवसर पैदा होंगे और आर्थिकी को भी संबल मिलेगा।

ब्यूरो

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *